अगर आप भी वहां आने जाने के लिए रेलवे जैसे साधन के उपयोग करते हैं तो यह खास खबर आपके लिए है। इस पोस्ट में रेलवे से जुड़ी जानकारी देने वाले हैं। अगर रेलवे से यात्रा करते हैं तो इस खबर को शुरू से लेकर अंत तक जरूर।
ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आप इस रेलगाड़ी से जाते हैं और बीच रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है और आप पूर्ण विकलांग हो जाते हैं यह फिर तो रेलवे आपको 10 लाख देगी।
लेकिन अगर देखा जाए तो रेलवे दुर्घटनाग्रस्त के दौरान कई सारे लोग विकलांग हो जाते हैं या फिर उनकी मौत हो जाती है लेकिन रेलवे के तरफ से कोई पैसा या फिर मुआवजा सही तरीके से नहीं मिल पाता है। ऐसे में इस पोस्ट के इसी के बारे राजस्थान से चर्चा करने वाले हैं कि आखिरकार कोई व्यक्ति दिल दुर्घटनाग्रस्त की तरह जख्म हो जाता है घायल हो जाता है विकलांग हो जाता है तो वह रेलवे से मुआवजा का मांग कैसे कर सकता है।
सिर्फ 45 पैसे में बीमा प्रीमियम
आजकल रेल दुर्घटना की खबर काफी जल्दी-जल्दी सुनने को मिल जाता है। ऐसे में इन दुर्घटनाओं को देखते हुए रेलवे ट्रेवल इंश्योरेंस का महत्व बढ़ जाता है और हर कोई रेलवे ट्रेवल इंश्योरेंश लेकर दुर्घटना में होने वाले नुकसान का मुआवजा ले सकता है।
आपको बता दे कि लाभ तभी कोई ले सकता है जब उनके पास वैध टिकट हो। इसके अलावा रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस का फायदा केवल उन्ही लोगों को मिलता है जिन्होंने टिकट बुकिंग करवाते समय इंश्योरेंस करवाया हो। ऐसे में रेलवे टिकट बुकिंग करते समय यह ध्यान देना होगा की रेलवे टिकट करते समय इंश्योरेंस का भी पैसा दे दिया है यह नही।
आपको यह सुविधा रेलवे की टिकट बुकिंग करते समय ही मिल जाती है। लेकिन रेलवे टिकट बुक करते समय से बात का ध्यान रखना होगा मैंने इंश्योरेंस विभाग का पैसा भारतीय रेल के खाते में जमा कर दिया। इसका बीमा प्रीमियम केवल 45 पैसे हैं और इसका मुआवजा 10 लाख रुपये है।
किस स्थिति में कितने पैसे मिलेंगे
अगर आप रेलवे से सफर कर रहे हैं और बीच रास्ते में रेलवे दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है और आपके पास टिकट के साथ इंश्योरेंस की हो इस स्थिति में आपके मौत होने पर आपके परिवार वालों को 10 लाख रूपए तक का मुआवजा मिल जायेगा।
इसके अलावा अगर गंभीर चोट लगने पर 2 लाख रुपये इलाज के लिए मिलते है। वही स्थायी आंशिक विकलांगता पर 7.5 लाख रुपये मिलते है।