टेस्ला आज के वर्तमान समय में इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। जिसने अब तक मार्केट को इतनी शानदार और जबरदस्त इलेक्ट्रिक वाहन दे चुकी है। जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। जैसा कि आपको पता है कि काफी लंबे वक्त से टेस्ला भारत में एंट्री करने के प्रयास कर रहा है।
क्योंकि आज के वर्तमान समय में दुनिया का सबसे बड़ा बाजार भारत में मौजूद है। लेकिन केंद्र सरकार इसे भारत में आने से रोक रही है। ऐसे इसलिए क्युकी कंपनी का कहना है कि वह अपने प्रोडक्ट भारत से बाहर बनाकर भारत के अंदर बेचना चाहती थी। ऐसे में भारत को सिर्फ घाटा हो रहा था।
भारत में होगा अबतक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश
लेकिन हाल ही में यह खबर आ रही है कि टेस्ला और केंद्र सरकार के बीच बातें हुई है और लगभग हर एक चीज तय हो चुकी है। जिसके अंतर्गत टेस्ला अब अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भारत के अंदर बैठाने वाली है। जिसके लिए करीब 3 अरब डॉलर का भारत में निवेश करेगी। वही इस कंपनी के और भी कई सहयोगी कंपनी है वह भी भारत में अपनी कंपनी डालने वाले हैं।
जिसके लिए वह लगभग 10 अरब डॉलर का निवेश कर सकते हैं। वही आने वाले 5 सालों के अंदर टेस्ला के द्वारा भारत में करीब करीब 30 अरब डॉलर का निवेश किया जाने वाला है। जो देखा जाए तो भारत में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश के रूप में देखा जा रहा है।
केंद्र सरकार की नई ईवि पॉलिसी से हो जायेगा साफ
वही आपको बता दे कि भारत सरकार द्वारा बहुत ही जल्द भारत में भारत की EV पॉलिसी को लाया जाने वाला है। इस पॉलिसी के आते ही यह चीज साफ हो जाएगी की टेस्ला के ऊपर कितना टैक्स लगाया जाएगा। अगर इसमें टेस्ला को टैक्स के रूप में छूट मिलती है तो काफी तेजी से भारत में अपना इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के लिए कंपनी भारत में उतर जाएगी।
वैसे कंपनी चाहती है कि उनके द्वारा बनाए गए पहले वाले प्लान को भारत में लाया जाए, उसके बाद नए प्लान पर काम किया जाए। तो देखा जाए तो पूरी चीजे इस नई पॉलिसी पे निर्भर है।
चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर पे भी होगा काम
अगर भारत में इलेक्ट्रिक वाहन को अच्छे तरीके से डेवलप और फैलाना है। तो उसके लिए सबसे जरूरी चीज है चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का बेहतर होना है। क्योंकि सभी इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग के बिना नहीं चल सकते हैं। इसके लिए यह जरूरी है कि पूरे भारत में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर काफी उच्च लेवल के हो।
इसके लिए कंपनी प्लान कर रही है जिसे बहुत ही तेजी से ऑन रोड लाने का कार्य किया जाएगा। इतना ही नहीं कंपनी का यह प्लान है कि भारत में सिर्फ इलेक्ट्रिक कार का निर्माण ही नहीं बल्कि इसे भारत से एक्सपोर्ट भी किया जाए।